Wednesday, 13 March 2019

ना जाने क्यों में आज.... By-Arunarc


ना जाने क्यों में आज,
  हस्ते हस्ते रो दिया         
                            ना जाने क्यों में आज,
                        बातें करते करते चुप हो गया
ना जाने क्यों में आज,
बीती यादों को याद कर रहा हूँ
                     कभी जीन यादों  को याद      
                      कर हसा करता था
 ना जाने क्यों में आज,
रोना ना चाहता था
                            फिर भी उन्ही यादों द्वारा
                               रुलाया गया हूँ
ना जाने क्यों में आज,
खुद को अकेले महसूस कर रहा हूँ
                           जो कभी दोस्तों से            
                           घिरा हुआ करता था
ना जाने क्यों में आज,
ना जाने क्यों में आज,
                                 By - Arunarc
रोया नहीं था कभी, फिर भी अपनो के द्वारा रुलाया गया हूँ!
 ठोकर नहीं लगी कभी, कभी फिर भी अपनों के द्वारा ठुकराया गया हूँ !
                                                             By-Arunarc

Sunday, 5 August 2018

Yaaro ki yaari ....By Arunarc

"स्कूल की सभी चीज़ें हर साल वही रहा करती है 
,लेकिन बदलते तो सिर्फ़ बच्चों के चहरे है " 
                                          By-Arunarc
ख़्वाबों का एक मोहल्ला है
सब गलियाँ ,नुक्कड़ ,घर -द्वारे ।
 सब आँगन , सीढ़ी, चौबारे ,
कितनी यादों को समेटे है ।
वो लम्हे जो कि बीत गए ,
वो लम्हे जो की साथ रहे 
वो सारी बातें यारों की ,
 कुछ जीतो की ,कुछ हारों की 
वो गर्म चाय के प्याले कुछ  ,
 वो चुरा के खाए निबाले कुछ 
बस्ते में छुपी ख़ुशियाँ सारी ,
एक आँख जो उसने थी मारी
वो लड़की भोली -भाली सी.....,
 जो मुझसे हँस कर मिलती थी, 
वो लड़का कुछ शर्मिला सा,
जो चुप रहता ......
पर आँखो से सब था कहता 
और ऐसी ही कितनी ही यादे,
 सब याद रहेंगी सदियों तक 
"हम रोज़ नहीं मिल पायेंगे,
पर याद हमेशा आयेंगे",
ख़्वाबों का जो ये मोहल्ला है ,
इसमें यादों के समंदर है ,
यहाँ के सब सिकन्दर है 
यहाँ के सब सिकन्दर है ....... 
Writer By -Haris vyas

ज़िंदगी के इस बदलते दौर  ने हमें कहाँ से कहाँ पहुँचा दिया, जो था कभी कुछ दूरी का सफर , आज कई रातो का बना दिया
                                         By-Arunarc










Saturday, 7 July 2018

Yahan Ke Ham Sikandar .......By-Arunarc




ये कितने छोटे लम्बे पल , ये आज की बातें बिता कल । 

ये एक शहर है सपनो का ; ये एक गली वो एक खिड़की जो सपनो सी खुल जाती है । 

पागल सा वो एक लड़का और चंचल सी वो एक लड़की और कितने चेहरे खाबों के हर रोज़ सड़क पर मिलते है ।

ये उम्मीदों के सहज़ादे; सपनों के शहर के ये वासी; दुनिया का धड़कता दिल हैं ये हिम्मत का एक समन्दर हैं ; यहाँ के हम सिकंदर हैं ।

ये फक्कड़ भी है राजा भी ;दुनिया का बजा दे बाजा भी; ये लंगड़ डालें चाँद पे भी और बॉल बना ले सूरज की ;बड़े जान दे बोल के हर मुस्किल से भीड़ जाते हैं।

एक जेब झटक दे जहाँ भी ये सपनों के डेर लगते हैं।

ये उम्मीदों के सहज़ादे; सपनों के शहर के ये वासी ; दुनिया का धड़कता दिल हैं ये हिम्मत का एक समन्दर हैं । 

यहाँ के हम सिकंदर हैं ।
यहाँ के हम सिकंदर हैं ।
                  

Director: Dilip Sood  

Story by: Taqi Imam; Harish Vyas

Blog post cast - 1.Arun rajak(Arunarc) 2.Arpit Kushwah 3.Anshul R.Garg 4. Vansh Vashishta  5.Babloo Kushwah   6.Arvind Kushwah  7. Gaurav Dhakad 8.Ankesh prajapati       



                                     
                 


सच्चा दोस्त वही होता है जो सुख मैं साथ दे या ना दे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है, अगर वही दोस्त दुःख मैं साथ दे तो बहुत फ़र्क़ पड़ता है  Arunarc


Blog writer - Arunarc










Wednesday, 9 May 2018

Father Are The Real Superhero .......... By - ArunARC


                   काल्पनिक दुनिया के  सुपर हीरो वास्तविक दुनिया  में भी होते है बस ज़रूरत है तो उन्हें पहचान ने की  अगर कोई मेरे से पूछे की मेरा सबसे प्यारा सुपर हीरो कौन है तो मै सिर्फ़ एक ही नाम लूँगा मेरे पूज्यनीय पिता जी क्यूँकि एक पिता ही होता है जो अपने बच्चों को ख़ुद से भी ज़्यादा पढ़ाता है चाहे वे ख़ुद अनपढ़ क्यूँ ना हो .

                             कभी सोचा है एक पिता सुबह जल्दी क्यूँ उठा करता है वो पिता इसलिये जल्दी उठा करता है क्यूँकि उन्हें परिवार का पेट भरना होता है और अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाना चाहता है.
   
                                       कभी सोचा है जब हम गर्मीयों  में घर से 10 मिनिट के लिये ही घर से निकलते है तो हमें गर्मी चुबने लगती है कोई उस पिता से पूछो इतनी भयानक गर्मी में भी धूप में बैठकर काम किया करते है क्यों ?
    

 


                          "  एक पिता कभी भी ख़ुद के लिये नहीं कमाता है  "
 वो तो इसलिये कमाता है कि उसका परिवार ख़ुश होकर दो वक़्त की रोटी शांति से खा सके और उसके बच्चें अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने पैरों खड़े हो जायें !एक पिता कितना संघर्ष करते है वो तो बस वहीं जानते है फिर भी कुछ बेटे ग़ुस्से में आकर पिता जी से बोल ही देते है .   

 " अपने किया ही क्या है आज तक हमारे लिये " कभी सोचा है उस दिन कितने चूबे होंगे आप के बोले हुये शब्द , फिर भी आपकी ग़लती होने पर भी यह कहकर माफ़ कर देते है अभी बच्चा है उसमें इतनी समझ कहाँ फिर भी एक पिता  अपने बच्चो को गलें लगा ही लेता है!


Note- यह कहानी कोई काल्पनिक नहीं है , यह कहानी तो  सिर्फ एक पिता की वास्तविकता को दर्शाती  है !

Thought -इस दुनिया मैं कहीं स्वर्ग है , तो वह। जगह सिर्फ़ माता -पिता के पैरों में है *#ArunARC*




Story Written BY-ArunARC

Sunday, 1 April 2018

Golden Thoughts..... By - ArunARC

बाहरी सुन्दरता को क्या बढ़ावा देना जब आंतरिक सुन्दरता मैं ही कमी हो #~*ArunARC*~
                                                                     
सपने तो सच हो कर ही रहेंगे , अगर हम प्रयास करना ना छोड़े #~*ArunARC*~

तुम लाख कर लो कोशिश मुझे गिराने की , मैं उन लोगों मैं से हूँ , जो गिरकर भी उठते  है #~*ArunARC 

अगर आप अपने सपनों को सच होते देखना चाहते हो , इस बात की  परवा करना ही छोड़ दे कि लोग क्या कहेंगे        *#ArunARC*

 हम अपनी तरह से ज़िंदगी जीना भी शुरू भी नहीं करते है , उससे पहले हम इस बात को सोचने लगते है ,कि लोग क्या सोचेंगे *#ArunARC*

आलोचना तो सच्चे लोगों की होती है ,अक्सर मैंने बुरे लोगों की तारीफ़  होते देखा है *#ArunARC*

इस दुनिया का सबसे बड़ा पाप होता है , कि माता-पिता की आँखो मैं आँसू हमारी वजह से हो *#ArunARC*

अपनो से लड़ाई की मैंने सपनों को पाने के लिया ,जब सपने सच हुए तो ,सपनो से लड़ाई की अपनो को पाने के लिए *#ArunARC*

सच्चा दोस्त वही होता है जो सुख मैं साथ दे या ना दे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है, अगर वही दोस्त दुःख मैं साथ दे तो बहुत फ़र्क़ पड़ता है *#ArunARC*

चहरे की चमक तो उस पल बढ़ जाती है जिस पल कोई अपना हमसे माफ़ी माँगे और हम उसे माफ़  कर दे *#ArunARC*

रो देता हूँ अक्सर यह सोच कर , एक माँ कितना कुछ सहन करती है एक बच्चे को इस दुनिया में लाने के  लिये ,फिर वहीं बच्चा बड़ा होकर छोड़ देता है साथ माँ का बीच रास्ते पर किसी और का साथ देने ke लिए *#ArunARC* *Dedicate for Mother *

 खो दिया था एक माँ ने अपना लाड़ला  23 मार्च 1931 को एक दूसरी माँ को ज़ंजीरो से छुड़ाने  के लिए .....*सरदार भगतसिंह* ..... *ArunArc*

मैंने पढ़ाई इसलिये की क्यूँकि ,मुझे  नोकर नहीं मालिक बनना है *#ArunARC*

मैं तो उस परिंदे की तरह हूँ जो हर सुबह अपने सपनों की उड़ान भरता है और शाम होते ही ज़मीन पर आ जाता है *#ArunARC*




                                                                                 By - ArunARC

Thursday, 29 March 2018

Real Hero Story.............By-ArunARC


एक सैनिक की कहानी, एक सिपाही के बारे में एक कहानी सुनाई गई है जो अंततः जम्मू और कश्मीर में होने के बाद घर लौट रहा था। उन्होंने अपने माता-पिता को शिवपुरी से बुलाया "माँ और पिताजी, मैं घर आ रहा हूं, लेकिन मुझे पूछने की कृपा है मेरा एक दोस्त है, मैं अपने साथ घर लाऊँगा। "ज़रूर," उन्होंने उत्तर दिया, "हमें उससे मिलना अच्छा लगेगा।" बेटे ने कहा, "आपको कुछ जानना चाहिए," बेटे ने कहा, "वह लड़ाई में बहुत बुरी तरह से चोट लगी थी। उसने देश के दिमाग पर कदम रखा और एक हाथ और एक पैर खो दिया। उसके पास कहीं और नहीं है, और मैं चाहता हूं कि वह हमारे साथ रहें। " "मुझे यह सुनकर खेद है, बेटा। शायद हम उसे जीवित रहने के लिए कहीं भी ढूंढने में मदद कर सकते हैं। " "नहीं, माँ और पिताजी, मैं चाहता हूं कि वह हमारे साथ रहें।" "बेटा," पिता ने कहा, "आप नहीं जानते कि आप क्या पूछ रहे हैं ऐसे बाधा के साथ कोई हमारे पर भयानक बोझ होगा। हमारे पास रहने के लिए हमारी ज़िंदगी है, और हम ऐसा कुछ नहीं दे सकते हैं जो हमारे जीवन के साथ हस्तक्षेप करते हैं। मुझे लगता है कि आपको सिर्फ घर आना चाहिए और इस आदमी को भूलना चाहिए। वह अपने दम पर रहने का एक रास्ता खोज लेंगे। " उस बिंदु पर, बेटे ने फ़ोन रख दिया। माता-पिता उससे कुछ और नहीं सुना कुछ दिनों बाद, हालांकि, उन्हें इंदौर पुलिस से एक कॉल मिला एक इमारत से गिरने के बाद उनके बेटे की मृत्यु हो गई, उन्हें बताया गया पुलिस का मानना ​​था कि यह आत्महत्या था।

दु: ख से पीड़ित माता पिता इंदौर के लिए उड़ान भरी और उन्हें अपने पुत्र के शरीर की पहचान करने के लिए शहर के शवों में ले जाया गया। उन्होंने उन्हें पहचाना, लेकिन उनके डरावने के लिए, उन्होंने कुछ भी पता चला जो उन्हें नहीं पता था, उनके पुत्र का केवल एक हाथ और एक पैर था

नैतिक: इस कहानी में माता-पिता, हम में से बहुत से हैं। हम उन लोगों को प्यार करना पसंद करते हैं जो अच्छी तरह दिखते हैं या मज़ेदार हैं, लेकिन हम उन लोगों को पसंद नहीं करते हैं जो हमें असुविधा देते हैं या हमें असहज महसूस करते हैं। हम उन लोगों से दूर रहना चाहते हैं जो स्वस्थ, सुंदर या स्मार्ट जैसा नहीं हैं। शुक्र है, कोई ऐसा व्यक्ति है जो हमारे साथ इस तरह का इलाज नहीं करेगा। जो कोई हमें बिना शर्त प्यार के साथ प्यार करता है जो हमें हमेशा के परिवार में स्वागत करता है, चाहे हम कैसे गड़बड़ हो, आज रात, इससे पहले कि आप रात के लिए अपने आप को टकरा दें, एक छोटी सी प्रार्थना कहें कि भगवान आपको ताकत दे देंगे जैसे आपको लोगों को स्वीकार करना है, और हमें उन सभी को समझने में मदद करें जो हमसे अलग हैं!

Wednesday, 6 September 2017

Dear Teachers -: By Arun Rajak


                 गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः ।                                                      

                                   गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥


  • मैं आपका छात्र  बनने के लिए आभारी हूँ मुझे सबसे अच्छा करने के लिए मुझे चुनौती देने के लिए धन्यवाद और मुझे सीखने के लिए एक जुनून पैदा करना।
  • हमारा भविष्य बनाने के लिए आप जो भी बलिदान देते हैं उसके लिए आप एक ख़ास पहचान के हकदार हैं. हमारे लिए आप सिर्फ एक टीचर से बढ़ कर हैं. Thank You Sir
  • सबसे अच्छा शिक्षक आपको उत्तर नहीं देता, वो आपके अन्दर उत्तर खुद ढूँढने की चिंगारी जला देता है.
  • प्रशंसा, भक्ति, शिक्षा, प्रेरणा और करुणा आप में ये सब विद्यमान हैं. आप मेरे जीवन के सबसे महत्त्वपूर्ण लोगों में से एक हैं. आप जैसा अध्यापक देने के लिए मैं ईश्वर का शुक्रगुजार हूँ. 
  • मेरे अन्दर जिज्ञासा का बीज बोने और मेरी कल्पना को प्रज्ज्वलित करने के लिए ताकि मैं जीवन में आगे बढ़ सकूँ और सफलता प्राप्त कर सकूँ मैं आपका तहे दिल से आभारी हूँ. 
  • शिक्षक मोमबत्ती की तरह होते हैं, वे खुद को जला कर हम स्टूडेंट्स की ज़िन्दगी रौशन कर देते हैं. 
  • आपसे सीखना, आपको सुनना, आपसे पूछना, आपके साथ हँसना, आपको दुनिया का बेस्ट टीचर बनाता है.
  • जीवन में कभी हार न मानना
    संघर्षों से कभी न भागना
    मुसीबतों का करना डट कर सामना
    हो कुछ भी सच्चाई के मार्ग पर चलना
    ये आप ही तो हमें सिखाते हैं
    इसलिए शिक्षक कहलाते हैं
Dear Sir
आपने हमेशा मुझे अपना बेस्ट देने के लिए inspire किया है, आपकी वजह से ही मैंने अपने लक्ष्यों को पूरा करना सीखा है…मुझे एक ही व्यक्ति में गुरु, मित्र, अनुशासन, प्रेम सब कुछ मिल गया है….और वो व्यक्ति आप हैं. Happy Teachers Day from the bottom of my heart!






Name-: Sudarshan Gupta (MATHEMATICS)















Name-:Mukesh Mishra (PHYSICS)






    Name-:Mahendra Sharma (CHEMISTRY)


    



Name-: Ravishankar Tiwari (MATHEMATICS)












                                         BY -: Arun rajak (Student)