कुछ आफ्रिकन आदीवासी बच्चों को एक मनोविज्ञानी ने एक खेल खेलने को कहा।
उसने एक टोकरी में मिठाइयाँ और कैंडीज एक वृक्ष के पास रख दिए।
बच्चों को वृक्ष से 100 मीटर दूर खड़े कर दिया।
फिर उसने कहा कि, जो बच्चा सबसे पहले पहुँचेगा उसे टोकरी के सारे स्वीट्स मिलेंगे।
जैसे ही उसने, _रेड़ी स्टेडी गो_ कहा…..
तो जानते हैं उन छोटे बच्चों ने क्या किया ?
सभी ने एक दुसरे का हाँथ पकड़ा और एक साथ वृक्ष की ओर दौड़ गए.
पास जाकर उन्होंने सारी मिठाइयाँ और कैंडीज आपस में बराबर बाँट लिए और मजे ले लेकर खाने लगे।
पास जाकर उन्होंने सारी मिठाइयाँ और कैंडीज आपस में बराबर बाँट लिए और मजे ले लेकर खाने लगे।
जब मनोविज्ञानी ने पूछा कि, उन लोगों ने ऐंसा क्यों किया ?
तो उन्होंने कहा— “उबुन्टु ( Ubuntu ) ”
जिसका मतलब है,
” कोई एक व्यक्ति कैसे खुश रह सकता है जब, बाकी दूसरे सभी दुखी हों_ ? “
उबुन्टु* ( Ubuntu ) का उनकी भाषा में मतलब है,
” मैं हूँ क्योंकि, हम हैं ! “
सभी पीढ़ियों के लिए एक सुन्दर सन्देश,
आइए इस के साथ सब ओर जहाँ भी जाएँ, खुशियाँ बिखेरें,
आइए इस के साथ सब ओर जहाँ भी जाएँ, खुशियाँ बिखेरें,
आइए उबुन्टु ( Ubuntu ) वाली जिंदगी जिएँ…..
” मैं हूँ, क्योंकि, हम हैं….!!!
I AM,_Because_, WE ARE…..!!!”
I AM,_Because_, WE ARE…..!!!”
साथ सदैव बना रहै…!
Story By -Arun Rajak
Student
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